मुझे मिला Kedarnath Dham भोलेनाथ का आशीर्वाद

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मुझे मिला Kedarnath Dham भोलेनाथ का आशीर्वादहर हर महादेव। जय केदारनाथ बाबा। ॐ नमः शिवाय। नमस्कार साथियो मेरी ये पोस्ट मेरे भोलेनाथ के उस आशीर्वाद से जुडी है. जो मुझे पिछले साल ही मिला है. इस पोस्ट के माध्यम से मैं आपको जो भी बताने वाला हु. वो सभी बाते सीधा मेरी लाइफ से जुडी है. ये बात पिछले साल की है यानी 2021 की.
Kedarnath Dham भोलेनाथ का आशीर्वाद
Kedarnath Dham भोलेनाथ का आशीर्वाद
जैसा कि आप सभी को मालूम ही है में हर साल अपने भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए केदारनाथ धाम जाता हु. जब मेने पहली बार अपनी केदारनाथ की यात्रा की थी, तो उस से जुडी पूरी पोस्ट मैंने अपने इसी ब्लॉग पर दी थी. जिसे आप यहाँ क्लिक करके देख सकते हो. मुझे मेरी पहली यात्रा में भी भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त हुवा। भगवान भोलेनाथ की कृपया से मेरी यात्रा ऐसी यादगार बनी कि मेरा मन हर साल केदारनाथ को जाने का करने लगा.

मुझे मिला Kedarnath Dham भोलेनाथ का आशीर्वाद

खेर जब भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद हो और हमारे मन में भगवान के दर्शन करने की इक्झा हो तो फिर भगवान भोलेनाथ हमे अपने पास बुला ही लेते है. अपनी पहली यात्रा के बाद से फिर में हर साल केदारनाथ जाने लगा. पहली यात्रा भले ही मैंने अपने दोस्तों के साथ गाडी में करी हो. लेकिन उसके बाद से मैंने अपनी यात्रा बस और बाइक के द्वारा ही की. 
अब चुकी कोरोना नाम का वायरस हम लोगो के बिच आ गया था तो हमारी हमारी उत्तराखंड सरकार ने भी 2020 और 2021 में कुछ टाइम के लिए ही यात्रा खोली थी. और मेरी किस्मत ऐसी है इस कोरोना काल में भी मैंने अपनी यात्रा को पूरा किया है. अपने इस आर्टिकल में मैंने बात करूँगा year 2021 की.

जैसा की आप सभी को मालूम ही होगा में हर साल केदारनाथ जाने का प्लान एक साल पहले से ही बना लेता हु. और हर साल में October के महीने में भी अपनी Kedarnath Dham यात्रा को पूरा करता हु. क्युकी October का महीना एक ऐसा महीना होता है. जिसमे बरसात भी ख़त्म हो जाती है और मौसम भी थोड़ा ठंडा हो जाता है. ठन्डे ठन्डे मौसम में पैदल यात्रा करने का मजा ही कुछ और है.

मुझे ठंडा मौसम बहुत अच्छा लगता है. अगर पैदल यात्रा करते टाइम मौसम ठण्ड होता है तो यात्रा करने का आनंद ही अलग आता है. और ऊपर से भगवान भोलेनाथ का नाम हमारी जबान पर हो तो यात्रा यादगार बन जाती है. खेर मैंने भी वर्ष 2020 में ही सोच लिया था कि मुझे 23 October 2021 को केदारनाथ की यात्रा पर जाना है. 

मैंने 23 October इसलिए सलेक्ट किया क्युकी उस दिन शनिवार था. में शनिवार के दिन हरिद्वार से निकलता, रविवार को पैदल यात्रा करके केदारनाथ धाम पहुँचता, और सोमवार में केदारनाथ बाबा के दर्शन करके वापिस आ जाता।

वर्ष 2021 आ गया और मैंने 23 October का इन्तजार मैंने उसी टाइम से करना शुरू कर दिया जब केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की डेट आयी. केदारनाथ धाम के साथ साथ 3 धाम के कपाट खुलने की तारीख भी आ गयी थी. और लोगो ने अपनी चारधाम यात्रा की बुकिंग कराना शुरू कर दिया था. सभी ट्रेवल्स वालो का काम अच्छा चल रहा था. और सभी की एडवांस में बुकिंग हो गयी थी.

Kedarnath Yatra से जुडी मेरी सच्ची कहानी 

 केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख तो आ गयी थी लेकिन उसी टाइम हमारे बिच कोरोना की दूसरी लहर भी आ गयी. और कोरोना की दूसरी लहर ऐसी आयी कि फिर से हम लोगो के बिच लॉक डाउन लग गया. हर कोई अपने घर के अंदर फिर से कैद हो गया. इधर हमारी उत्तराखंड सरकार और हाई कोर्ट ने भी चारधाम यात्रा पर रोक लगा दी. जिन लोगो ने एडवांस बुकिंग की थी उन लोगो ने अपनी बुकिंग केंसिल कर दी.
खेर मुझे तो 23 October 2021 को केदारनाथ की यात्रा करनी थी तो मुझे कोई टेंशन नहीं थी. क्युकी में जानता था उस टाइम तक तो यात्रा 100% खुल जाएगी। अब चुकी मुझे पता था यात्रा खुल जाएगी तो में भी अपनी यात्रा की तैयारी में लग गया और अपने साथ चलने वाले एक साथी की तलाश करने लगा. अपनी ताई जी के लड़के को मैंने यात्रा के लिए तैयार किया। वो भी तैयार हो गया यात्रा करने के लिए. 
धीरे धीरे टाइम बीतता गया कोरोना की दूसरी लहर भी धीरे धीरे हम लोगो के बिच से जाने लगी. और कोरोना का टिका भी हम लोगो के बिच आ गया. अब चुकी हमे यात्रा October में करनी थी तो हमे ये भी मालूम था आगे जाकर इस टीके की बहुत ज्यादा जरूरत पड़ेगी इसलिए यात्रा से पहले हमारा टिका पूरा हो जायेगा। खेर सब कुछ टाइम पर हो गया.

मई का महीना बिता, जून का महीना बीता जुलाई का महीना भी निकल गया लेकिन यात्रा शुरू नहीं हुई. वैसे तो जून जुलाई अगस्त सितम्बर का महीना मानसून का होता है तो ऐसे में यात्रा खोलकर भी कोई फायदा नहीं होगा। क्युकी बरसात में पहड़ो पर बहुत बुरा हाल होता है. बहुत से लोगो की जान इस मानसून के महीने में ही जाती है.

मुझे अपनी यात्रा का इन्तजार करते करते टीम बीतता गया इस बिच मैंने केदारनाथ धाम से जुड़े कुछ वीडियो अपने YouTube चैनल पर अपलोड किये। केदारनाथ धाम से जुड़े सभी वीडियो आप यहाँ क्लिक करके मेरे YouTube चैनल पर देख सकते हो. केदारनाथ यात्रा से जुड़े वीडियो को बहुत से लोगो ने मेरे चैनल पर देखा। और मुझे मेरे मोबाइल नंबर 7060830844 पर कॉल किया और Whatsapp पर भी मुझसे कॉन्टेक्ट किया।

लगभग 1000 से ऊपर मेंबर द्वारा मुझसे केदारनाथ से जुड़े अपडेट के लिए फ़ोन किया गया. जितने भी लोग YouTube से मेरे पास आये उन सभी को मैंने अपने WhatsApp Broadcast में एड किया और उन सभी को टाइम टु टाइम वो अपडेट देता गया जो प्रूफ के साथ न्यूज़ पेपर में आया. 

जुलाई महीने के बाद अगस्त का महीना भी निकल गया लेकिन यात्रा शुरू नहीं हुई. अब हर वो बंदा निराश हो गया जो यात्रा करना चाहता था. अब चुकी हर साल भैयादूज को केदारनाथ के कपाट बंद हो जाते है. तो सभी का ये ही कहना था की यात्रा इस साल सुरु नहीं होगी। और सच बोलू तो मुझे भी ये ही लगने लगा कि हो सकता है हमारी उत्तराखंड की सरकार इस बार यात्रा ना खोले। लेकिन मेरे मन में ये विचार भी था कि हो सकता है केवल एक महीने के लिए यात्रा खुल जाये।
खेर हम लोगो के बिच सितम्बर का महीना आ गया और 17 सितम्बर 2021 को मुझे न्यूज़ पेपर में एक खुशखबरी देखने को मिल गयी. वो खुशखबरी थी की हाई कोर्ट ने चारधाम यात्रा से रोक हटा दी है और 18  सितम्बर 2021 से यात्रा शुरू हो रही है. मेरे द्वारा ये अपडेट प्राप्त करके हर वो बंदा खुश हो गया जो मेरे साथ Whatsapp से जुड़ा था. लेकिन ये ख़ुशी उस टाइम मायूस कर गयी जब हमे अपडेट में पता चला कि एक सिमित सख्या में ही लोग यात्रा कर सकते है.
और यात्रा करने वालो के लिए e-Pass नाम की एक शर्त राखी गयी जिन लोगो के पास इ पास होगा और जिन लोगो को कोरोना वेक्सीन की दोनों डोज लगी होगी वो लोग यात्रा कर सकते है. e-Pass से जुडी एक वेबसाइट हम लोगो के बिच लाइव कर दी गयी जिसका अपडेट भी मैंने अपने सभी यूजर को दिया। अब संख्या 800 तक एक दिन की सिमित थी और केदारनाथ जाने वाले लोग थे लाखो तो ऐसे में सभी को epass कहाँ मिलने वाला था.

Kedarnath Dham Yatra Haridwat to Kedarnath

अब मुझे जाना था 23 October 2021 को तो मैंने 18 सितम्बर 2021 को ही अपना और अपने साथी का epsss बना लिया। और इसका वीडियो मैंने YouTube पर live प्रूफ के साथ अपलोड कर दिया। लेकिन मुझे e Pass मिला 30 अक्टूबर का. अब मेरे जाने की तारीख बदली तो मेरे साथ मेरा एक और भाई जाने को तैयार हो गया. अब हम 3 लोग हो गए जाने के लिए. लेकिन मेरे भाई ने बोला में अपनी गाडी लेकर जाऊंगा में बस से नहीं जाऊंगा। तो फिर में भी तैयार हो गया उसकी गाडी से जाने के लिए.

अब मेरा e पास बन गया था और मुझे फाइनल पता लग गया था कि हम 30 अक्टूबर को केदारनाथ जा रहे है. अब जो हजार से ज्यादा लोग मेरे साथ जुड़े थे उनमे से बहुत से लोगो का e पास नहीं बन पा रहा था. क्युकी जैसे ही वेबसाइट पर स्लॉट आते थे वो सभी के सभी फूल हो जाते थे. अब बेचारे सभी भक्त लोग परेशान हो गए उन्हें लगने लगा अब वो बिना इ पास के केदारनाथ यात्रा नहीं कर पाएंगे।

बहुत से लोगो की मेरे पास कॉल आने लगी कि सर Please आप हमारा epass बना दीजिये आपको जितना भी पैसा चाहिए आप अपना नंबर दो हम आपको सेंड कर देंगे। आप  यकीन नहीं करोगे एक बन्दे का इ पास बनाने के लिए ट्रेवल एजेंट ने लोगो से 1000 रूपये से लेकर 5000 रूपये तक एक epass के लिए है. ये ही देखकर लोगो ने मुझे भी पैसे देने का लालच दिया। लेकिन मैंने अपने किसी भी यूजर से एक रुपया भी नहीं हुवा। और जितना हो सका उन लोगो को मैंने Free में Epass बना कर दिया।
मेरे द्वारा बनाये गए e pass से सभी लोग बहुत खुश थे क्युकी वो मेरी एक छोटी सी हेल्प से भोलेनाथ के दर्शन कर पाए. कुछ लोग तो ऐसे भी थे जो बिना e pass के ही केदारनाथ के दर्शन करने निकल गए. और उन्हें बिना e-pass के दर्शन हो भी गए. आपको एक सच बात बतायु मैंने कई लोगो को फ्री में डुबलीकेट e-pass बना कर भी दिए. ताकि वो भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर सके. में जानता हु मैंने गलत काम किया लेकिन ये काम मैंने भगवान भोलेनाथ के भक्तो को उनके दर्शन करने के लिए किया था. तो मेरी नजर में ये काम ठीक था.
मेरी फ्री सर्विस से सभी लोग बहुत खुश थे और उनकी इस ख़ुशी का बहुत बड़ा गिफ्ट मुझे भगवान की तरफ से मिलने वाला था. जिसके बारे में में बिलकुल अनजान था. खेर टाइम बीतता गया लोग epass लेकर सिमित सख्या में केदारनाथ धाम और तीनो धाम जाने लगे. और में भी इन्तजार करने लगा अपनी उस तारीख का जिस दिन का मैंने E Pass बनाया था. 

जैसे जैसे टाइम बीता वैसे वैसे हमारी उत्तराखंड सरकार ने epass की सिमित सख्या को थोड़ा बढ़ाया और एक टाइम ऐसा आया जब E Pass को खतम कर दिया गया. अब हर कोई बिना epass के जा सकता था. E Pass ख़त्म होने की देर थी लाखो भक्तो की भीड़ केदारनाथ धाम और चारो धाम जाने लगी. आप यकीन नहीं करेंगे वर्ष 2021 में सबसे ज्यादा भीड़ केदारनाथ धाम में हुयी है.

भीड़ इतनी की लोगो को रहने की जगह नहीं मिल रही. लोगो को वह खाना नहीं मिल रहा. और जिन लोगो की केदारनाथ धाम में धर्मशाला है वो 1 बन्दे के 8000 रूपये रूम के ले रहे है. मतलब पूरी लूट मची थी केदारनाथ धाम में. जो लोग पैसा दे सकते थे वो लोग रूम में रहे और जो पैसा नहीं दे सकते थे वो लोग बर्फीली ठण्ड में केदारनाथ धाम के बहार मंदिर में ही सोये। बहुत बुरा हाल था 2021 में केदारनाथ धाम का.
मुझे बहुत दुःख होता है जब केदारनाथ धाम में रहने वाले लोगो के साथ ऐसा वेवहार करते है. उन लोगो के लिए सब कुछ पैसा ही है. केदारनाथ धाम में रहकर ऐसा काम करते है. तब ही वह एक बार बाढ़ आ चुकी है. लेकिन वहां के लोगो को भगवान भोलेनाथ से फिर भी डर नहीं लगता।
केदारनाथ धाम में मची लूट की खबर मेरे पास भी आयी जो केदारनाथ गए उन्होंने मुझे बताया कि उनसे कितना ज्यादा चार्ज लिया गया है. और ये भी बताया की लाखो लोगो की भीड़ है किसी को वहां खाने को नहीं मिल रहा तो किसी को रहने के लिए जगह नहीं मिल रही. अब चुकी मेरी यात्रा का टाइम भी नजदीक आ रहा था तो मुझे भी चिंता होने लगी अब में कैसे रहूँगा केदारनाथ धाम में. क्युकी में तो नहीं दे सकता एक रूम के लिए 8000 रूपये।

अगर में अकेला यात्रा करता तो फिर तो में बिना खाये पिए भी रह लेता और सच बोलू तो माइनस टेम्प्रेचर में भी में केदारनाथ मंदिर के पास सो जाता। लेकिन मेरे साथ जो दो बन्दे जा रहे थे मुझे उनकी समस्या था. क्युकी उनको शायद आदत ना हो ऐसे मौसम में रहने की.

अब लाखो लोगो की भीड़ देखकर और लूटमारी देखकर में उदास हो गया था तो मैंने अपने साथियो को साफ़ बोल दिया। हम केदारनाथ जा तो रहे है लेकिन ध्यान रहे वहां हमे बाहर सोना पड़ सकता है और हो सकता है खाना भी ना मिलेगा। अगर तुम लोग ये सहन कर सकते हो तो मेरे साथ चलो वार्ना में अकेले ही निकल जाता हु.

मेरी ये बात सुनकर मेरे दोनों भाइयो ने बोला अरे भइया कैसी बात कर रहे जैसे आप रह सकते हो वैसे भी हम भी रह सकते है हमे तो बस भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने है. अगर भगवान भोलेनाथ के दर्शन ऐसे ही लिखे है तो फिर ऐसे ही करेंगे। भले ही हमे बहार सोना पड़े हम जायेंगे जरूर।

उनकी ये बार सुन कर में भी फ्री माइंड हो गया और मैंने सोच लिया जो भी होगा देखा जायेगा। हम तो यात्रा पर निकल जायेंगे बाकी सब भोलेनाथ देखेंगे। मुझे तो बस दर्शन करने से मतलब है चाहे वो जैसे भी हो. 30 October का दिन भी करीब आ गया. अपनी तारीख से 2 दिन पहले ही हम लोगो ने अपने बैग पैक कर लिए. हमने ऐसी जैकेट रखी जो हमे माइनस ट्रेमरेचर में भी हमे गर्म रखती। क्युकी केदारनाथ में ठण्ड बहुत होती है. अगर हमे बाहर सोना पड़ता तो ठण्ड से बचने का जुगाड़ तो होना ही चाहिए।

हमारी सभी पेकिंग हो गयी और हमारा पूरा प्लान तैयार हो गया किस टाइम घर से निकलना है. गौरीकुंड पहुंच कर स्टे करना है और कब सुबह जल्दी उठकर अपनी पैदल यात्रा शुरू करनी है. ध्यान देने वाली बात ये है कि हमारी डेट वाले दिन भी भीड़ काम नहीं हुई थी. हमे पैदल ही यात्रा करनी थी तो सभी इंतजाम हमने कर लिए थे.
अब में आपको बताता हु मेरे भोलेनाथ की कृप्या मेरे ऊपर कैसे हुई. मुझे भगवान् भोलेनाथ के उस चक्र का मुझे नहीं मालूम था जो अब हमारे साथ बीतने वाला था. अब में बात करूँगा अपनी यात्रा से एक दिन पहले की यानि 29 ऑक्टूबर की. हम तीनो की सभी तैयारी पूरी हो गयी थी हमारी पेकिंग हो गयी थी और मेरे भाई की गाड़ी में पेट्रोल भी डल गया था. बस सुबह 4 बजे हरिद्वार से निकल जाना था.
लेकिन 29 October 2021 की रात को मेरे बुवा जी के लड़के यानी मेरे बड़े भइया हमारे पास आये और उन्होंने बोला कि में भी चलूँगा केदारनाथ। हमने बोला ठीक है चलो गाड़ी में एक जना और आ सकता है. टोटल 4 बन्दे हो जायेंगे चलते है सुबह 4 बजे हरिद्वार से निकल जायेंगे। लेकिन मेरे बड़े भइया ने बोला में अकेला नहीं जाऊंगा मेरे साथ एक और बंदा है और में उसके बिना नहीं जा पाउँगा।

अब चुकी हमारी गाड़ी में 4 बन्दे ही आ सकते है पॉचवा बाँदा आता तो पीछे सभी लोग ठीक से नहीं बैठ पाते। अब हमने अपने भइया को बोला कि केवल आप हमारे साथ चलो और उस बन्दे को रहने दो. लेकिन हमारे भइया  उसके बिना नहीं जा सकते थे. खेरी अब चुकी भइया ने भी केदारनाथ जाने को बोला था तो ये फैसला हुवा कि भइया और वो बंदा बुलेट से चले और हम गाड़ी से. सब फाइनल हो गया हम लोग सुबह 4 बजे हरिद्वार से निकल गए.


अभी तक हम तीनो गाड़ी वालो बन्दों का प्लान पैदल जाने का ही था. लेकिन हमे अपने बड़े भइया का प्लान नहीं पता था कि वो कैसे जायेंगे। विचार तो ये ही था कि साथ आये है तो साथ ही जायेगे। खेर हम गाड़ी से आधे  रास्ते  में पहुंचे तो अचानक ही हमारे बड़े भइया ने हमारी गाडी रुकवाई और बोलने लगे हेलीकाप्टर से चलते है.

अब मेरा प्लान तो पैदल जाने का ही था क्युकी में हर साल पैदल ही जाता हु. मेरे साथी मेरे मुँह देखने लगे. क्युकी मेरी हां मिलने के बाद ही वो भी हां करते। अब मुझे मालूम था भीड़ बहुत ज्यादा है तो हेलकॉप्टर की टिकट तो मिलेगी नहीं तो इसलिए मैंने हाँ कर दिया और ये भी बोल दिया अगर टिकट नहीं मिली तो पैदल ही चलेंगे। तो सबकी हां में हां मिल गयी 

अब बारी थी हेलीकाप्टर की टिकट लेने की. हम हेलीकाप्टर की टिकट लेने के लिए फाटा रुके और वहां तो लोग 2 दिन से इन्तजार कर रहे थे टिकट का. तो मैंने मन ही मन सोचा चलो अब तो पैदल जाना पक्का है. लेकिन मेरी सोच गलत थी. जो मेरे बड़े भाई के साथ बंदा आया था उसकी बहुत तड़गी सोर्स थी. उसने बहुत ही आराम से 5 हेलीकाप्टर के टिकट केदारनाथ जाने के लिए बुक करा दिए. 

टिकट प्राप्त करने के बाद हम लोग शाम को 5 बजे केदारनाथ धाम हेलीकाप्टर से पहुंचे और वह हजारो लोगो की भीड़ देखकर हम लोग चौक गए. अब चुकी सब कुछ हमने भगवान भोलेनाथ के ऊपर छोड़ा था तो सब उन्ही को करना था. जो मेरे बड़े भइया के साथ बंदा था उसकी सोर्स  धाम में भी थी. पंडित से भी उसकी जान पहचान थी और धर्मशाला में भी उसकी जान पहचान थी.

तो हम सभी को केदारनाथ धाम  के लिए कम रेट पर रूम भी मिल गया और खाने के लिए खाना भी मिला और सबसे बड़ी बात इतनी ज्यादा भीड़ होने के बाद भी VIP दर्शन हमे भोलेनाथ के हुवे। भगवान् भोलेनाथ का आशीर्वाद हमे ऐसा मिला कि किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई यात्रा को लेकर।
क्या आपको पता है भगवान भोलेनाथ की कृप्या मेरे ऊपर क्यों बनी क्युकी मैंने भगवान भोलेनाथ के सभी भक्तो की हेल्प करि वो भी बिना पैसा लिए. मेने पुरे सच्चे  मन से भगवान के भक्तो की हेल्प करि और सभी भक्त मेरी हेल्प से खुश थे. उनकी खशी के कारण की भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद मुझे मिला और मेरी केदारनाथ की यात्रा बिना किसी कस्ट के पूरी हुई.
भगवान भोलेनाथ ऐसी कृप्या सभी भक्तो पर बना कर रखिये ताकि सभी आपके दर्शन करने आपके धाम आ सके. और भगवान भोलेनाथ अपनी कृप्या मेरे ऊपर भी बनाए रखिये। ताकि में हर साल आपके दर्शन करने आपके धाम आ सकू. आपके आशीर्वाद के बिना मेरी ज़िंदगी कुछ भी नहीं है. जिस दिन आपका आशीर्वाद ख़त्म जायेगा उस दिन में भी ख़त्म  हो जाऊंगा

ये थी वो मेरे साथ बीती हुई वो सच्ची बात जो मैं आप सभी को बताना चाहता था. अगर आपको भी केदारनाथ धाम की यात्रा करनी है तो आप मेरी हेल्प Free में ले सकते है. मुझे बहुत ज्यादा ख़ुशी मिलेगी आप लोगो की हेल्प करके। 
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हर हर महादेव। जय केदारनाथ बाबा। ॐ नमः शिवाय।      
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