my friend kavita sms
जब याद का किस्सा खोलू
तो कुछ दोस्त बहुत याद आते है,
अब जाने कोन सी नगरी में आबाद है
मै देर रात तक जागु तो कुछ
दोस्त बहुत याद आते है,
कुछ बाते थी फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबु जैसे थे,
मैं शहरे चमन में टहलू
तो कुछ दोस्त बहुत याद आते है,
वो पलभर की नाराजगिया,
और मान भी जाना पल भर में,
अब खुद से भी रूठू तो कुछ
दोस्त बहुत याद आते है ..
मेरे ब्लॉग ने भी अपने दिल की बात बोली है जो की सबसे निचे लिखी है और अब कुछ स्पेशल फोटो जो शायद आपको पसंद आ जाये
और चलते चलते मेरा ब्लॉग भी आपसे कुछ कहना चाहता है
मैं मौसम नहीं जो पल भर में बदल जाऊ
जमीन से दूर कही और निकल जाऊ
पुराने वक़्त का सिक्का हु मुझे फेक न देना
बुरे दिनों में शायद मैं ही चल जाऊ
nice post
ReplyDeleteवाह वाह बहुत सुन्दर वाल पेपर है मैने सेव कर लिये हैं…….…आभार ये तरीका बहुत पसन्द आया।
ReplyDeletewaah mayank bhai behtar kavita ke saath saath wallpaper bhi
ReplyDeleteye toh sone pe suhaga hua
samrat bundelkhand by upendra shukla
bahut badiya
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