फ्री मिलने वाले सॉफ्टवेयर- free open source software

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ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर अमूमन फ्री मिलने वाले ऐसे सॉफ्टवेयर हैं जिनका सोर्स कोड उपलब्ध है और यूजर उनमें अपनी जरूरत के मुताबिक सुधार कर सकता है। आज ऐसे सॉफ्टवेयरों का विकास एक किस्म के आंदोलन का रूप ले चुका है, जिसका मकसद है लोगों को डिजिटल कामकाज के लिए अनाप-शनाप खर्चों से आजादी दिलाना। जो लोग ऐसे सॉफ्टवेयर को सिर्फ शौकिया मानते हैं, वे यह जानकर हैरान होंगे कि जटिल सॉफ्टवेयर भी ओपन सोर्स के रूप में मुफ्त उपलब्ध हैं। कुछ अच्छे 'फ्रीवेयर' भी इंटरनेट पर मौजूद हैं। कुछ चुनिंदा सॉफ्टवेयर हैं :

ओपन ऑफिस : अगर आप माइक्रोसॉफ्ट के बहुचर्चित ऑफिस सूट को खरीदना नहीं चाहते तो open office.org नामक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर सूट को आजमाएं। यह वे सभी काम कर सकता है जो माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस करता है। जैसे : वर्ड प्रोसेसिंग, प्रेजेन्टेशन, स्प्रैडशीट आदि। इसमें माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस की फाइलें भी खोली जा सकती हैं। आप इसे वेबसाइट (www.openoffice.org) से फ्री में भी डाउनलोड कर सकते है।

पिडगिन : यह कमाल का इन्स्टैंट मैसेंजर है। आप इससे न सिर्फ 'पिडगिन' का यूज करने वाले यूजर्स के साथ बल्कि याहू मेसेंजर, गूगल टॉक, माईस्पेस आईएम, एमएसएन मेसेंजर, जैबर और आईसीक्यू यूज करने वाले यूजर्स से भी चैट कर सकते हैं। अगर आपके दोस्त अलग-अलग मेसेंजरों का यूज करते हैं या फिर आप पक्के तौर पर नहीं जानते कि कौन किस मेसेंजर का इस्तेमाल करता है तो गेम को आजमाइए। मेसेंजर के जरिए कॉन्फ्रेंसिंग करने के लिए भी यह बहुत अच्छा है। इसे यहां से डाउनलोड करें : (gaim.sourceforge.net)

काम विन : ज्यादातर यूजर अपने कंप्यूटर को वायरस, स्पाईवेयर आदि से सेफ तो रखना चाहते हैं लेकिन जब एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर खरीदने की बारी आती है तो उलझन में पड़ जाते हैं। 'काम विन' आपको महंगा नहीं लगेगा क्योंकि यह ओपन साफ्टवेयर है, यानी बिल्कुल फ्री। इसमें ऑटोमैटिक अपडेट्स की सुविधा मौजूद है, यानी वह लगातार नए वायरसों से निपटने के तरीके सीखता रहता है। कंप्यूटर स्कैन करना हो या वेबसाइटों को खोलने से पहले उनके सेफ होने के बारे में पड़ताल करनी हो, 'काम विन' वह सब कर सकता है जो व्यावसायिक एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर करते हैं। डाउनलोड करने का पता है :(www.clamwin.com)

कीपास पासवर्ड सेफ : जिस साइट पर जाइए, रजिस्ट्रेशन करने को कहा जाता है और हर बार एक नया पासवर्ड। उसके भी अलग-अलग साइट पर अलग-अलग नियम हैं। कहीं पासवर्ड में नंबर, कहीं कैपिटल लैटर तो कहीं स्पेशल कैरेक्टर्स जरूरी हैं। कुछ जगह पहले यूज किया गया पासवर्ड रिपीट नहीं कर सकते, तो कहीं एक फिक्स साइज का पासवर्ड ही चाहिए। अगर आप एक ही पासवर्ड को कई जगह इस्तेमाल करना चाहें तो वह असुरक्षित भी है और लगभग असंभव भी। ऐसे में अलग-अलग पासवर्ड को याद रखें तो कैसे? 'कीपास' इसी काम को आसान बना देता है। इसे अपने पासवर्ड बताइए जिससे आपको उन्हें याद रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह उन्हें छिपाकर अपने पास रखेगा और सिर्फ आपको ही बताएगा। मगर आपको 'कीपास' का पासवर्ड जरूर याद रखना पड़ेगा। यह पासवर्ड मैनेजर (keepass.sourceforge.net) वेबसाइट से ले सकते हैं।

सीडी बर्नर एक्सपी : बहुत से लोगों को कभी-कभी सीडी या डीवीडी पर फाइलें स्टोर करने की जरूरत होती है। जरूरत छोटी होने के कारण वे 'नीरो' जैसे अच्छे लेकिन महंगे सीडी-डीवीडी बर्निंग सॉफ्टवेयर खरीदने से बचना चाहते हैं। ऐसे लोगों के लिए 'सीडी बर्नर एक्सपी' एक अच्छा ऑप्शन है। यह फ्री तो है ही, सीडी और डीवीडी के साथ-साथ ब्लू रे और एचडी (हाई डेफिनिशन) फॉरमैट की डिस्क को भी बर्न कर सकता है। इस फ्रीवेयर को यहां से डाउनलोड कर सकते हैं :(www.cdburnerxp.se)

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  1. jaanakaaree bukamaark kar lee hai. antivirus kaam kee jaanakaaree hai mere liye baaki ki abhee samajh nahin hai| dhanyavaad.

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  2. मैने अपने इंटरनेट एक्सप्लोर्र 8 से अपने फैवरिट बुकमार्कस को डिलेशियस में इंपोर्ट कर लिया था किंतु कम्प्यूटर फार्मट हो जाने के बाद मैने डिलेशियस से अपने बुकमार्क एक्सपोर्ट किये किंतु वे फोल्डर की शक्ल में एक्सपोर्ट नही हुये कृपया कोई उपाय बताये जिससे मै दुबारा अपने फैवरिट बुक मार्क फोल्डर सहित फिर से अपने इंटरनेट एक्सपोर्र में दुबारा डाल सकूं। मैने गूगल क्रोम से भी अपने फोल्डर को एक्सपोर्ट किया किंतु वे भी फोल्डर की शक्ल में नही आ रहे।

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  3. अजी मुझे तो एक एग्रिगेट्र टेमपलेट चाहिये जो पोस्ट के संग ब्लाग का नाम भी दिखाये, अगर कोई नजर मे हो तो जरुर बतलाये, धन्यवाद

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  4. में एक बुन्देली कला पर एक वेबसाइट बनाना चाहता हू | क्या आप कुछ सुझाव दे सकते है ?

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